सेमीकंडक्टर सेक्टर में अडानी को टक्कर देने आ रहे अम्बानी और HCL, जल्द हो सकती है एंट्री

Business News : सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री ने हाल ही में बड़े बड़े बिजनेसमैन को चरम ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। जिसके बाद इस फील्ड में निवेश करने वाले दिग्गज अब हर क्षेत्र में अपना दबदबा बनाना चाहते हैं। दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के बाद अब मुकेश अंबानी ने भी सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में अपने बिजनेस का फैलाव किया है, जिसके बाद दोनों दिग्गज कारोबारी सेमीकंडक्टर सेक्टर में एक के बाद एक डील कर रहे हैं।

सेमीकंडक्टर आमतौर पर सिलिकॉन चिप्स होते हैं, इनका इस्तेमाल कंप्यूटर, सेलफोन, गैजेट्स, व्हीकल और माइक्रोवेव ओवन तक जैसे कई प्रोडक्ट्स में होता है। ये किसी प्रोडक्ट की कंट्रोलिंग और मेमोरी फंक्शन को ऑपरेट करते हैं। कोरोना काल में जब सेमीकंडक्टर की किल्लत हुई तो तमाम कार कंपनियों का प्रोडक्शन धीमा हो गया था, कई प्लांट तो बंद तक हो गए थे।

सेमीकंडक्टर सेक्टर देश के दो सबसे अमीर कारोबारियों की टक्कर का गवाह बनने जा रहा है। दुनिया के तीसरे व भारत समेत एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन एवं भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) दोनों ही सेमीकंडक्टर सेक्टर पर काफी जोर दे रहे हैं।

अब अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारत की ही एक बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल (HCL) के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर बिजनेस में बड़ा निवेश करने का फैसला किया है। दोनों ही कंपनियां ISMC एनालॉग में 30-30 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की डील पर काम कर रहे हैं। ISMC एनालॉग मुंबई के नेक्स्ट ऑर्बिट वेंचर्स और इजराइली टेक कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर का एक वेंचर है। भारतीय केंद्र सरकार की तरफ से सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत 76 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रही है।

दोनों कंपनियां बड़ी रकम कर सकती है निवेश

अगर आधिकारिक घोषणा की बात की जाए तो दोनों ही दिग्गज कंपनियों ने कोई भी आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की है। उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों दोनों ही कंपिनयों द्वारा घोषणा की जाएगी। इकनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस और एचसीएल की तरफ से करीब 4000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा सकता है।

भारत में सेमीकंडक्टर बिजनेस मे अम्बानी से पहले गौतम अडानी व कई अन्य कंपनियों का दबदबा बना हुआ है। अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता ग्रुप ने तो ताइवान की फॉक्सकॉन के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर का प्लांट तक लगाने की घोषणा कर दी है। अम्बानी एवं HCL के आने से इस सेक्टर मे कॉम्पिटिशन बड़ जाएगा। विश्व के सेमीकंडक्टर बिजनेस मे भारत का दबदबा भी बढ़ेगा।

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