Anand Mahindra Success Story: जाने देश की सबसे बड़ी Automobile Company के सफलता की कहानी

Anand Mahindra Success Story

आज महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ग्रुप को कौन नहीं जानता है। विश्व जगत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता कंपनियों के अंदर शामिल और भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी महिंद्रा आज पूरे देश की जान है। महिंद्रा ग्रुप को ऑटो जगत का बादशाह अभी माना जाता है। आज हम आपको आनंद महिंद्रा की पूरी सफलता की कहानी बताएंगे जहां हम आपको उनके शीर्ष से लेकर शिखर तक की संपूर्ण कहानी इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे तो आप इसे पूरा पढ़ें।

Anand Mahindra Success Story: विश्व जगत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियों के अंदर शामिल महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ग्रुप को आनंद महिंद्रा ने शिखर तक पहुंचाने का काम किया है। आनंद महिंद्रा अपनी तीसरी पीढ़ी के अंदर अपनी विरासत को बखूबी निभा रहे हैं और अपने पूर्वजों की दी गई विरासत को शिखर तक पहुंचा रहे हैं और साथ ही महिंद्रा ग्रुप को काफी आगे ले जा रहे हैं। आज हम जानेंगे कि आनंद महिंद्रा कौन है और महिंद्रा ग्रुप की शुरुआत किसने की थी। इसके साथ में हम आनंद महिंद्रा की सफलता की कहानी भी इस आर्टिकल के माध्यम से साझा करेंगे तो आप इस आर्टिकल को पूरा ध्यानपूर्वक पढ़े।

Anand Mahindra कोन है

आनंद महिंद्रा का जन्म वर्ष 1955 के अंदर महाराष्ट्र के मुंबई शहर के अंदर हुआ था उनकी शुरुआती शिक्षा मुंबई में ही पूरी हुई उसके बाद यह अपनी डिग्री हासिल करने के लिए हार्वर्ड की यूनिवर्सिटी चले गए वहां पर इन्होंने अपनी वर्ष 1981 के अंदर स्नानतक की डिग्री प्राप्त की थी। इनके पिता का नाम हरीश महिंद्रा है जो की महिंद्रा ग्रुप को दूसरी पीढ़ी से चलते आ रहे हैं जिसके बाद से तीसरी पीढ़ी के अंदर आनंद महिंद्रा को महिंद्रा ग्रुप की कमान संभालने का मौका मिला था। जिसको उन्होंने बखूबी पूरी तरह से निभाया। आनंद महिंद्रा की पत्नी का नाम अनुराधा महिंद्रा है। आनंद महिंद्रा ने अपनी पढ़ाई को पूरी करने के बाद वर्ष 1997 से महिंद्रा ग्रुप के अंदर एक निर्देशक बनाकर अपने करियर की शुरुआत की थी।

Mahindra Group की नींव किसने रखी

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महिंद्रा ग्रुप की नीव आनंद महिंद्रा के दादा जगदीश चंद्र और उनके भाई कैलाश चंद्र ने मिलकर रखी थी। इसके बाद से ही आनंद महिंद्रा सफलता की नई ऊंचाइयों को छूता चले गए।जिसके बाद महिंद्रा ग्रुप की कमान आनंद महिंद्रा के पिता हरीश महिंद्रा ने संभाली फिर उसके बाद में तीसरी पीढ़ी के अंदर आनंद महिंद्रा को महिंद्रा ग्रुप की कमान संभालने का मौका मिला जो कि उन्हें विरासत में मिली थी। आनंद महिंद्रा ने अपनी पुरखों की विरासत को अच्छे से संभाला आज महिंद्रा ग्रुप की महिंद्रा बोलेरो, महिंद्रा पिकअप, महिंद्र स्कॉर्पियो और महिंद्रा थार जैसी शानदार ऑटो जब सड़कों के ऊपर चलते हैं तब आनंद महिंद्रा की सफलता की कहानी बताते हैं।

आनंद महिंद्रा ने किया महिंद्रा ग्रुप का और विस्तार

आनंद महिंद्रा को मिली पुरखों की विरासत के अलावा भी आनंद महिंद्रा ने और भी कई सारे नए रिकॉर्ड हासिल किए हैं। जिसके अंदर आनंद महिंद्रा ने कोटक महिंद्रा बैंक जैसी फाइनेंशियल बैंक को भी उदय कोटक के साथ मिलकर देश की तीसरी सबसे बड़ी बैंक बनाने का काम किया है।इसके अलावा आज महिंद्रा ग्रुप ट्रेडिंग, infrastructure पर्यटन और लॉजिस्टिक विभाग के अंदर अपना कारोबार बखूबी निभा रहा है।

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