भारत में प्रतिदिन बढ़ती महंगाई से अब राहत मिलने वाली हैं क्योंकि आज से महंगाई आरबीआई के कंट्रोल में आ गई है। यह भारतीय आम लोगो के लिए खुशोबकी बात है की अब बढ़ती महंगाई पर रोक लगने वाली है। आरबीआई अब खाने और पीने वाले सामान जो पैक होते है उनकी अधिकतम खुदरा मूल्य की कीमतों को कम करने वाली हैं। सोमवार को जारी हुए आंकड़ों के अनुसार बीते 11 महीनो में ऐसा पहली बार हुआ आरबीआई के संतोषजनक लेवल की सीमा आई है। आरबीआई केक कंट्रोल में महंगाई आने के बाद आरबीआई को यह जिम्मेदारी दी गई है कि यह को 2% के बीच में लाकर रखें। नवंबर में हुए फूड इन्फ्लेशन में 4.67% दर्ज की गई अगर बात करें अक्टूबर 2022 में हुए फूड इन्फ्लेशन की तो उसमें इसकी दर 7.1%थी।
IIP में 4.2% तक बढ़ोतरी हुई
अक्टूबर 2022 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति में 6.77 %तक की बढ़ोतरी हुई। दिनेश को द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2020 में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर घटकर 4.67 %रह गई जो अक्टूबर में 7.01%थी। वही बात करें विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन की वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में 5.6% नीचे आया है। इसकी समीक्षा दिन अवधि में खनन उत्पादन में भी 2.5% की बढ़ोतरी हुई है और बिजली उत्पादन में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
RBI अब तक 5 बार बढ़ा चुकी है रेपो रेट
आरबीआई खास तौर से मुद्रास्फीति को पकड़ में लाने के लिए इस साल मई से लेकर अब तक कुल 5 बार रेपो रेट में 2.25% की वृद्धि कर चुका है। सेंट्रल बैंक की नीतिगत दरों पर निर्णय करते वक्त खासतौर से खुदरा महंगाई पर गौर करता है और वर्ष 2022 के बीते 11 महीनों में आरबीआई बैंक महंगाई को कंटोल करने में सबसे ऊपर हैं।