Zomato Success Story: कभी खाने को नहीं मिलता था खाना आज खड़ी कर दी घर बैठे खाना पहुंचाने वाली कंपनी

Zomato Success Story hindi

कभी खाने को नहीं मिलता था खाना आज खड़ी कर दी पूरे भारत के लोगों को घर बैठे खाना पहुंचाने वाली कंपनी, आज हम बात कर रहे हैं भारत की सबसे बड़ी फूड डिलीवरी कंपनी जोमेटो (Zomato) के बारे में जिसने कुछ ही समय के अंदर करोड़ों रुपए की कंपनी खड़ी कर दी। जहां उनके फाउंडर्स को पहले खाना खाने के लिए भी लाइन में लगना पड़ता था आज वही पूरे भारत के लोगों को घर बैठे खाना पहुंचा रहे हैं। आज इनकी वर्थ करोड़ों की है आज हम आपको बताएंगे कि जोमैटो क्या है और जोमैटो की शुरुआत कैसे हुई इसके बारे में पूरी जानकारी।

Zomato Success Story: जहां पर भी आज घर बैठे खाना मंगवाने की बात आती है सबसे पहले एक ही नाम जुबां पर आता है जोमैटो जोमैटो एक ऐसी एप्लीकेशन या वेबसाइट है जो कि पूरे भारत वर्ष के अंदर लोगों को घर तक खाना पहुंचती है। इसकी शुरुआत एक छोटे से स्टार्टअप के रूप में हुई थी लेकिन धीरे-धीरे यह पूरे भारतवर्ष के लोगों की एक जरूरत बन गई है। जोमैटो की पूरी सक्सेस स्टोरी आज हम आपको बताएंगे कि कैसे कभी खाने के लिए लाइन में लगने वाले ने खड़ी कर दी करोड़ों रुपए की कंपनी।

Zomato क्या है

जोमैटो भारत की एक प्रसिद्ध फूड डिलीवरी एप्लीकेशन या वेबसाइट है इसे हम एक कंपनी के रूप में भी देखते हैं। जोमैटो पूरे भारतवर्ष के अंदर मात्र कुछ ही मिनट के अंदर ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस का काम करती है। अगर आप अपने घर बैठे खाना मंगवाना चाहते हैं तो आप जोमैटो की एप्लीकेशन का उपयोग करके घर बैठे किसी भी प्रकार का फूड अपने घर पर मंगवा सकते हैं।

Zomato की शुरुवात किसनी की

Zomato की शुरुआत वर्ष 2008 के अंदर इसके फाउंडर दीपेंदर गोयल ने अपने एक साथी पंकज चड्डा के साथ मिलकर की थीं। इन दोनों ने मिलकर जोमैटो की शुरुआत की थी शुरुआती दौर में इस कंपनी का नाम इन्होंने फूडीबे रखा था। लेकिन बाद में इस कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो रख दिया गया था। वर्ष 2010 के अंदर इस कंपनी ने वास्तव में सफलता की सीढ़ी को चढ़ना शुरू किया था।

Zomato किस तरह से काम करती है

Zomato एक फूड डिलीवरी कंपनी है आज भी जोमैटो का कोई भी रेस्टोरेंट नहीं है। यह केवल एक एप्लीकेशन पर आसपास के सभी रेस्टोरेंट की सूची बताती है। जिसके अंदर आप अपने मनपसंद का खाना जोमैटो एप्लीकेशन से आर्डर करते हैं। जिसके बाद में जोमैटो के डिलीवरी बॉय उसे खाने को उसे रेस्टोरेंट से कुछ समय के अंदर आपके घर तक पहुंचाने का काम करते हैं। हालांकि इसके लिए आपको कुछ पैसे देने की आवश्यकता पड़ती है। जिसे जोमैटो सर्विस चार्ज का नाम देता है।

Zomato की शुरुवात कैसे हुईं

Zomato की शुरुआत वर्ष 2008 के अंदर हुई थी इसके लिए सबसे पहले इस जोमैटो बिजनेस का आईडिया इसके संस्थापक दीपेंदर गोयल के दिमाग में आया था। वह एक दिन अपने ऑफिस के काम से कैंटीन में खाना खा रहे थे जहां पर उन्हें केवल एक मेनू के लिए बहुत समय तक का इंतजार करना पड़ रहा था। बहुत समय के बाद जब उनके पास खाने का मेनू आया तब उन्होंने उसे मेनू का एक फोटो खींचकर उसे इंटरनेट के ऊपर अपलोड कर दिया था जिसके बाद से ही उनके दिमाग में आइडिया आया कि क्यों ना एक ऐसी एप्लीकेशन बनाई जाए जिसके ऊपर सभी रेस्टोरेंट के मेनू को डालकर लोगों की मदद की जा सके जिससे लोग घर बैठे भी खाना मंगवा सके और उन्हें ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़े इसके बाद दीपेंदर गोयल ने अपने दोस्त पंकज चढ़ा के साथ मिलकर जोमैटो कंपनी की शुरुआत की थी।

Zomato ने कुछ ही समय में अपने कारोबार को फैलाया विश्व भर में

Zomato कंपनी की शुरुआत भारत से हुई थी लेकिन इसने भारत के बड़े-बड़े शहरों के अलावा ऐसे कई छोटे शहरों के अंदर भी अपने कारोबार को स्थापित कर लिया जिनके बारे में लोगों को पता भी नहीं था। आज यह भारत के अलावा बाकी और कई देशों के अंदर भी अपना कारोबार करती है। जिसके अंदर आस्ट्रेलिया, ब्राजील, अमेरिका, यूनाइटेड अरब अमीरात ,तुर्की ,अफ्रीका, पुर्तगाल, जैसे और कई सारे विश्व भर के देश शामिल हैं। जहां पर आज जोमैटो अपना कारोबार कर रही है।

Zomato कंपनी की कुल नेटवर्थ

अगर हम इस कंपनी के रेवेन्यू की बात करें तो जहां इस कंपनी का रेवेन्यू वर्ष 2020 किसके अंदर ₹2743 करोड रुपए था। वही इस साल 2023 के शुरुआती की तिमाही नतीजे के अंदर इस कंपनी का प्रॉफिट 2 करोड रुपए रहा है।

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